धरती पर महिला के बिना जीवन की परिकल्पना भी नहीं की जा सकती है. यह कभी मां के रूप में हमें दुनिया में लाती है, तो कभी बहन की तरह सुख दुख में काम आती है, तो कभी बीवी बन कर जीवन भर साथ निभाती है तो कभी बेटी बन कर कर अपने पिता की खिदमत करती है. तो इसी औरत के सम्मान में प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. तो आइए विस्तार से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण (International Women’s Day Speech in Hindi) जानते हैं.
औरत को जो इज्जत, हक और सुविधाएं आज मिल रही है वह हमेशा से नहीं थी. इनके लिए महिलाओं ने बहुत संघर्ष किए हैं. बहुत सारे धरना हुए, कई रैलियां निकाली गई, बहुत सारी घायल हुई तो वहीं कुछ को इस संघर्ष में अपनी जान तक गंवानी पड़ी. हालांकि वो इस लड़ाई में अकेले नहीं थी. बहुत सारे समझदार पुरुष ने भी औरतों के लिए आवाज उठाई तथा बहुत प्रयत्न किए.
इस पोस्ट में हम लोग अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण जानेंगे. जिसके अंतर्गत महिला दिवस क्यों मनाया जाता है, कैसे मनाया जाता है, आदि भी जानेंगे. अंत में Mahila Diwas Par Speech से जुड़े कुछ FAQs भी देखेंगे. तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें.
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का संक्षिप्त परिचय
नीचे की तालिका में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है. जो आपके भाषण देने में आसानी पैदा करेगी. क्योंकि अगर आप बीच में अपना भाषण भूल जाते हैं तो नीचे दी गई जानकारी के अनुरूप आप अपने महिला दिवस पर भाषण को जारी रख सकते हैं.
दिवस का नाम | अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस |
मनाने की तिथि | 8 मार्च |
आवृत्ति | प्रतिवर्ष |
स्तर | अंतरराष्ट्रीय स्तर |
मनाने का उद्देश्य | महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्रेम प्रकट करना |
पहली बार मनाया गया | 19 मार्च 1911 को |
International Women’s Day 2024 Theme | Invest in women: Accelerate progress |
Women’s Day Short Speech in Hindi
आदरणीय सभापति महोदय, श्रीमान प्रधानाचार्य जी, शिक्षक गण, अतिथि गण एवं यहां पर मौजूद मेरे प्यारे भाई बहनों. आप सभी को शुभ प्रभात.
मैं मो. सालेहुज्जमा दसवीं का एक विद्यार्थी हूं, और आज मुझे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दो शब्द बोलने का मौका दिया गया है. इसके लिए मैं आप सब का बहुत शुक्रगुजार हूं.
दोस्तों जैसा कि हम लोगों को मालूम है कि आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है. इसी दिवस के उपलक्ष में हम सभी लोग यहां पर उपस्थित हुए हैं. यह दिवस प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है.
अब आप में से कई लोगों के मन में यह सवाल आ रहा होगा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस क्यों मनाया जाता है? तथा आखिर महिला दिवस 8 मार्च को ही क्यों मनाते हैं? तो इसके पीछे एक लंबी कहानी है. क्या आपके पास समय है? नहीं! तो आपको यहां संक्षिप्त में बताते हैं.
दरअसल, बात यह है कि पहले औरतों को बहुत सारे अधिकार पुरुषों के समान नहीं थे. वह वोट नहीं दे सकती थी, उन्हें समान कार्य के लिए समान वेतन नहीं मिलता था, बहुत सारे जरूरी मसले पर उनसे मशविरा नहीं लिया जाता था. इन्हीं सब के खिलाफ औरतों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.
इन सब में क्लारा जेटकिन का बहुत बड़ा योगदान है. क्लारा जेटकिन एक प्रसिद्ध जर्मन एक्टिविस्ट थी, जिनके अथक प्रयास के फलस्वरूप 19 मार्च 1911 को पहला अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया. फिर 1921 से 8 मार्च को यह दिवस मनाया जाने लगा.
महिला दिवस का मुख्य उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाना है. इसके अलावा औरतों के अधिकारों और लिंग समानता के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी इनके उद्देश्य में शामिल है.
इस दिवस पर कई देशों में पूरे दिन का अवकाश रहता है तो वहीं चीन में महिलाओं को आधे दिन की छुट्टी दी जाती है. पुरुष अपने मां, बहन, बीवी, बेटी आदि को इस दिन फूल देकर यह दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं.
आइए इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी महिलाओं का सम्मान करें, उनके कार्यों की सराहना करें. चाहे वह मां हो, पत्नी हो, बहन हो या बेटी हो. और ये प्रण लें कि हम कभी किसी औरत पर जुल्म नहीं करेंगे, उनका हक नहीं मारेंगे और उनको हर तरह के जुल्म से बचाने की हर मुमकिन कोशिश करेंगे.
इसी के साथ में अपनी वाणी को विराम देता हूं. धन्यवाद.
International Women’s Day Speech in Hindi
मंच पर उपस्थित श्रीमान प्रधानाचार्य जी, शिक्षक गण, दूरदराज से आए हुए अतिथि गण और यहां पर मौजूद मेरे सभी सहपाठियों. आप सभी को सुप्रभात.
मैं मो. सालेहुज्जमा 12वीं का एक छात्र हूं, और आज मुझे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अपनी बात रखने का मौका दिया गया है. इसके लिए मैं आप सब का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं.
मित्रों, जैसा कि हम लोगों को ज्ञात है कि आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है, और इसी दिवस को मनाने के लिए आज हम सभी लोग यहां पर एकत्रित हुए हैं. यह दिवस प्रतिवर्ष 8 मार्च को पूरे विश्व में मनाई जाती है.
अब आप में से कुछ लोगों के मन में यह सवाल उमर रहा होगा कि आखिर महिला दिवस 8 मार्च को ही क्यों मनाते हैं? तो इसके पीछे एक लंबी कहानी है. इसे जानने के लिए हमें पहले इसका इतिहास जानना होगा.
महिला दिवस का इतिहास क्या है?
दरअसल, बात आज से 116 वर्ष पहले की है. 1908 में लगभग 15,000 महिलाओं ने अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में एक परेड निकाली थी. ये महिलाएं कामगर थी जिन की मांग थी कि उनके काम के घंटे कम हो, उचित वेतन मिले तथा उन्हें वोट देने का अधिकार भी मिले.
उसके अगले साल 1909 में 28 फरवरी को अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी ने सबसे पहले यह दिवस मनाया, फिर 1910 में इसे सोशलिस्ट इंटरनेशनल के कोपेनहेगन सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिया गया.
महिला दिवस को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिलाने में क्लारा जेटकिन का बहुत बड़ा योगदान है. क्लारा जेटकिन प्रसिद्ध जर्मन एक्टिविस्ट थी जो हमेशा महिलाओं के हक के लिए आवाज उठाती थी.
ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड और जर्मनी में पहला इंटरनेशनल वूमेंस डे 19 मार्च 1911 को मनाया गया था. जिसे 1921 में बदलकर 8 मार्च कर दिया गया तभी से पूरी दुनिया में 8 मार्च को यह महिला दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा.
संयुक्त राष्ट्र ने 1975 में इसे पहली बार मनाया. परंतु फिर भी तब तक इसे कोई थीम के साथ नहीं मनाया जाता था. इसकी पहली थीम 1996 में चुनी गई जो की थी. ‘गुजरे हुए वक्त का जश्न और भविष्य की योजना बनाना’ (celebrating the past, planning for the future).
महिला दिवस का मुख्य उद्देश्य क्या है?
महिला दिवस का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के राजनीतिक एवं सामाजिक तरक्की के लिए चर्चा करना है. सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाना भी उनके उद्देश्यों में शामिल है.
प्रत्येक वर्ष संयुक्त राष्ट्र द्वारा एक थीम जारी किया जाता है. इस साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2024 की थीम ‘महिलाओं में निवेश करें: प्रगति में तेजी लाएं’ (Invest in women: Accelerate progress) वहीं इस साल इसके कैंपेन की थीम ‘समानता को अपनाओ’ #InspireInclusion है.
औरतों से जुड़े हुए बहुत सारे मुद्दे हैं जिस पर काम करने की जरूरत है. एक दिन में सभी मुद्दे पर आवाज नहीं उठाया जा सकता है. इसलिए प्रत्येक वर्ष औरत से जुड़े हुए किसी एक मुद्दे को थीम बनाया जाता है. तथा उसी के अनुरूप विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते हैं.
इस साल की थीम ‘Invest in women: Accelerate progress’ के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 मनाने का उद्देश्य औरतों को नई तकनीक के इस्तेमाल के बारे में जागरूक करना है.
महिला दिवस का क्या महत्व है?
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का लक्ष्य दुनिया को यह बताना तथा इस बात को बढ़ावा देना है की औरत मर्द सभी एक बराबर हैं.
आज के दिन का मकसद यह भी है कि पुरुषों के प्रभुत्व वाली दुनिया में एक महिला के जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया जाए, औरतों के प्रति दुनिया भर के लोगों के दृष्टिकोण को बदला जाए तथा सकारात्मक रूप से दुनिया को प्रभावित किया जाए.
मर्द अभी भी औरत को प्रभावित करने वाले कई सारे फैसले खुद लेते हैं. जैसा कि हमलोग पहले जान चुके है कि महिला दिवस कम वेतन को लेकर शुरू हुआ था. परंतु अफसोस की बात है कि अभी भी कई औरतों को समान कार्य के लिए पुरुषों से कम वेतन मिलते हैं, उन्हें दूसरों से भेदभावपूर्ण आचरण का सामना करना पड़ता है, और डाटा इंगित करता है कि महिलाओं को अभी भी पुरुषों की तुलना में शिक्षा तक कम पहुंच है.
हर 5 महिलाओं में से 4 का उत्पीड़न (harassment) होता है. कई सारी बच्ची को बचपन से ही घरेलू हिंसा तथा यौन शोषण को झेलना पड़ता है.
हर दिन 30,000 से अधिक लड़कियों को बाल विवाह या उम्र से पहले शादी करने पर मजबूर किया जाता है. अन्य कई लड़कियां अवैध तस्करी तथा महिला नरसंहार (female genocide) से पीड़ित है.
इसलिए इस दिवस की जरूरत इसलिए भी है कि औरतों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आवाज उठाया जाएं तथा उस जुल्म को रोकने के लिए सामूहिक प्रयास किया जाए.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कैसे मनाया जाता है?
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस जीवन में उपस्थित महिलाओं को फूल देकर मनाया जाता है. इस दिन अधिकतर पुरुष अपनी मां, बहन, बीबी, बेटी आदि को फूल या कुछ उपहार देते हैं.
रूस, यूक्रेन, अफगानिस्तान, वियतनाम, आदि देशों में इस दिवस के मौके पर सभी को 1 दिन का अधिकारीक अवकाश रहता है. वही मकदूनिया, मेडागास्कर तथा नेपाल में सिर्फ महिलाओं को 1 दिन का अवकाश रहता है एवं चीन में सिर्फ महिलाओं को आधा दिन की छुट्टी दी जाती है.
रोमानिया, सर्बिया, चिली आदि में इस दिवस के अवसर पर कोई पब्लिक होलीडे तो नहीं होता फिर भी इस दिवस को व्यापक रूप से मनाया जाता है.
अमेरिका में तो पूरा मार्च का महीना ही महिलाओं को समर्पित होता है. वहां के राष्ट्रपति की तरफ से प्रत्येक वर्ष एक घोषणा जारी की जाती है जिसमें वहां के औरतों द्वारा प्राप्त उपलब्धियों का बखान किया जाता है.
बहुत सारी महिलाएं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जामुनी रंग के कपड़े पहनते हैं. इसके पीछे कारण यह है कि जामुनी रंग को ‘इंसाफ और सम्मान’ का प्रतीक माना जाता है.
साल में सिर्फ 1 दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना लेने से हम अपनी जिम्मेदारी से बड़ी नहीं हो जाते हैं. बल्कि हमें हमेशा औरतों का सम्मान करना चाहिए, उन्हें उनका पूरा हक देना चाहिए तथा उनके तरक्की के लिए सामूहिक प्रयास करना चाहिए.
इसी के साथ में अपनी वाणी को विराम देता हूं. धन्यवाद.
World Women’s Day Speech in Hindi 10 Lines
- यहां पर मौजूद सभी लोगों को सुप्रभात.
- अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अपनी बात रखने का मौका देने के लिए मैं आप सब का शुक्रगुजार हूं.
- प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है.
- प्रथम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 19 मार्च 1911 को मनाया गया था.
- वर्ष 1921 से 8 मार्च को यह इंटरनेशनल वूमंस डे मनाया जाने लगा.
- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बुनियाद प्रसिद्ध जर्मन एक्टिविस्ट क्लारा जेटकिन ने रखी थी.
- 1908 में लगभग 15 हजार महिलाओं ने कम वेतन, अधिक काम के घंटे तथा वोट डालने का अधिकार ना मिलने के खिलाफ न्यूयॉर्क शहर में एक परेड निकली थी.
- महिला दिवस का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं के विभिन्न मुद्दे पर चर्चा करना है.
- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पुरुष अपने जीवन में उपस्थित महिलाओं को फूल या कुछ उपहार देते हैं.
- इसी के साथ में अपनी वाणी को विराम देता हूं. धन्यवाद.
Women’s Day Quotes in Hindi
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बहुत से लोग यह कहने से डरते हैं की वे क्या चाहते हैं, इसलिए उन्हें वह नहीं मिलता जो वे चाहते हैं.
~ मेडोना
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एक महिला भरी पूरी होती है. उसके अंदर बनाने, पोषित करने और बदलने की शक्ति है.
~ डायने मेरीचाइल्ड
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एक रानी की तरह सोचो. एक रानी विफल होने से नहीं डरती है. विफलता महानता के लिए एक जरूरी कदम है.
~ ओपेरा विनफ्रे
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हम महिलाओं के रूप में क्या कर सकते हैं. इसकी कोई सीमा नहीं है.
~ मिशेल ओबामा
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परिवार और समाज की केंद्र बिंदु नारी ही है.
~ स्वामी विवेकानंद
Women’s Day Speech in Hindi – FAQs
महिला दिवस पर भाषण कैसे दे?
महिला दिवस पर भाषण की शुरुआत सभी के अभिवादन से करें, फिर इसके इतिहास और उद्देश्य पर चर्चा करें. महिलाओं के महत्व एवं उनके हालात पर रोशनी डालें एवं अंत में महिलाओं की प्रमुख समस्याओं के समाधान पर अपनी राय दें.
महिला दिवस 2024 का आदर्श वाक्य (Theme) क्या है?
महिला दिवस 2024 का आदर्श वाक्य ‘महिलाओं में निवेश करें: प्रगति में तेजी लाएं’ (Invest in women: Accelerate progress) है.
महिला दिवस क्यों मनाया जाता है?
कम वेतन, अधिक काम तथा वोट देने का अधिकार ना होने के खिलाफ औरतों के आंदोलनों की ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए प्रत्येक वर्ष महिला दिवस मनाया जाता है.
भारत में महिला दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?
भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस सरोजिनी नायडू की याद में प्रत्येक वर्ष 13 फरवरी को मनाया जाता है.
महिला दिवस का मुख्य उद्देश्य क्या है?
महिला दिवस का मुख्य उद्देश्य औरतों के प्रमुख मुद्दे को उठाना तथा उनके तरक्की के लिए विचार विमर्श करना है.
महिला दिवस 8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है?
पहले यह दिवस फरवरी के अंतिम रविवार को मनाया जाता था, और जूलियन कैलेंडर के अनुसार 1917 का आखिरी रविवार 23 फरवरी को था. जबकि ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार वह दिन 8 मार्च था. चूंकि अब पूरे विश्व में ग्रेगोरियन कैलेंडर ही चलता है. इसलिए इसी के अनुसार महिला दिवस 8 मार्च को ही मनाया जाता है.
महिला दिवस की शुरुआत किसने की थी?
महिला दिवस की शुरुआत अमेरिका की कामगर महिलाओं ने की थी, तथा इस दिवस को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिलाने में जर्मन एक्टिविस्ट क्लारा जेटकिन का बहुत बड़ा योगदान है.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पहली बार कब मनाया गया था?
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पहली बार 11 मार्च 1911 का मनाया गया था.
महिला दिवस हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
महिला दिवस हमारे लिए इसलिए महत्वपूर्ण है कि इस दिन हम लोग महिला के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्रेम प्रकट करते हैं.
इसके अलावा औरत से जुड़े विभिन्न मुद्दे पर आवाज उठाते हैं तथा उनकी जिंदगी कैसे और ज्यादा बेहतर हो इसपर हम सभी लोग गौर – फिक्र करते हैं.
आप महिला दिवस पर भाषण कैसे समाप्त करते हैं?
हम महिला दिवस पर भाषण अपनी राय तथा सभी को धन्यवाद देकर करते हैं. यह राय औरतों के उत्थान के बारे में होता है.
महिला दिवस के संस्थापक कौन है?
क्लारा जेटकिन को महिला दिवस की संस्थापक माना जाता है. ये एक प्रसिद्ध जर्मन एक्टिविस्ट थी जिनका महिला दिवस को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिलाने में बहुत बड़ा योगदान है.
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