BPSC Mains Ki Taiyari Kaise Kare? टिप्स, किताब एवं रणनीतियां

आप सबको पता होगा कि बीपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का प्रीलिम्स सिर्फ क्वालीफाइंग मात्र ही होता है. इसमें अंक, रैंक और पद बीपीएससी मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू में प्रदर्शन के अनुसार मिलती है. तो आइए विस्तार से जानते हैं कि BPSC Mains Ki Taiyari Kaise Kare?

बीपीएससी मेंस 900 अंक का और इंटरव्यू 120 अंक का होता है. इस तरह से कुल 1020 अंक में से आपकी मेरिट बनती है. इसलिए अगर आप अच्छे से बीपीएससी मेंस की तैयारी करते हैं तो आप इस परीक्षा में बहुत ही अच्छे अंक ला सकते हैं, और आपका यह पढ़ा हुआ इंटरव्यू में भी बहुत काम आ सकता है.

इस पोस्ट में हम लोग जानेंगे कि बीपीएससी मेंस की तैयारी कैसे करें. जिसके अंतर्गत बीपीएससी के सभी विषयों की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण किताब एवं टिप्स भी जानेंगे, एवं अंत में बीपीएससी मुख्य परीक्षा से संबंधित कुछ प्रश्न (FAQs) भी देखेंगे. तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें.


बीपीएससी मेंस एक वर्णनात्मक (descriptive) पेपर होता है, यानी इसमें आपको विस्तृत उत्तर लिखने होते हैं. इसलिए इसकी तैयारी के लिए कांसेप्ट को अच्छे से समझना और विस्तृत उत्तर लिखने की प्रैक्टिस करना बहुत महत्वपूर्ण है.

चूंकि ये एक राज्य स्तरीय सिविल सेवा परीक्षा है. इसलिए इसमें इस राज्य (बिहार) से संबंधित भी बहुत प्रश्न आते हैं. तो आपको बिहार के ऐतिहासिक, भौगोलिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थिति की भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए.

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आइए अब बीपीएससी मेंस की तैयारी के लिए विस्तृत रणनीति जानने से पहले इस परीक्षा का एग्जाम पैटर्न जान लेते है. हाल ही में इसके एग्जाम पैटर्न में कुछ बदलाव हुआ है तो उसे जानना बहुत जरूरी है, उसी के आधार पर हम बीपीएससी की तैयारी के लिए विषयवार (subject wise) रणनीति भी बनाएंगे.


बीपीएससी मुख्य परीक्षा में कुल पांच पेपर होते हैं, उन सभी पेपरों की जानकारी नीचे की तालिका में दी जा रही है:

विषय कोडविषयपूर्णांक
01सामान्य हिंदी100 अंक
02सामान्य अध्ययन, पत्र-I300 अंक
03सामान्य अध्ययन, पत्र-II300 अंक
38निबंध300 अंक
04-37 तकवैकल्पिक विषय100 अंक
BPSC Mains New Exam Pattern in Hindi

इसमें से सामान्य हिंदी और वैकल्पिक विषय का पेपर क्वालीफाइंग मात्र होता है, यानी इसमें लाया गया अंक मेरिट लिस्ट निर्धारण में नहीं जुड़ता है.

इसके वैकल्पिक विषय में सिर्फ बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न (MCQ) आते हैं, और बाकी सभी पेपर में वर्णनात्मक प्रश्न रहते हैं. बीपीएससी मेंस के सभी पेपर के परीक्षा की अवधि 3 घंटे होती है.


आइए अब बारी-बारी से बीपीएससी मेंस के सभी विषय की तैयारी के लिए कुछ टिप्स एवं रणनीतियां जान लेते हैं.

सामान्य हिंदी

अगर आप हिंदी माध्यम के छात्र है तो इस पेपर की तैयारी की ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये 100 अंक का पेपर सिर्फ क्वालीफाइंग मात्र होता है, जिसे क्वालीफाई करने के लिए मात्र 35 अंक हासिल करने होते हैं.

इसमें व्याकरण, संक्षेपण, निबंध लेखन, आदि से संबंधित प्रश्न आते हैं. जिसकी तैयारी आप डॉक्टर राघव प्रकाश की किताब “व्यावहारिक सामान्य हिंदी” पढ़कर कर सकते हैं.

इतिहास

सामान्य अध्ययन-I में इतिहास से कुल तीन प्रश्न आते हैं, और प्रत्येक प्रश्न 35 अंक का होता है. तो इस तरह से बीपीएससी मेंस में इतिहास से कुल 114 अंक का प्रश्न पूछा जाता है.

चूंकि ये एक राज्य स्तरीय परीक्षा है तो इसमें भारत के इतिहास के साथ-साथ बिहार के आधुनिक इतिहास से जुड़े सवाल भी रहते हैं. आधुनिक भारत के इतिहास की तैयारी के लिए आप बिपिन चंद्र की “आधुनिक भारत का इतिहास” तथा बिहार के इतिहास से संबंधित जानकारी के लिए आप इम्तियाज अहमद की “बिहार: एक परिचय” किताब जरूर पढ़ें.

इतिहास सहित बीपीएससी के सभी विषय की तैयारी के लिए आप उस विषय की 6ठी से लेकर 10वीं तक की NCERT की किताब या उससे संबंधित चैप्टर जरूर पढ़ें.

इसके अलावा बीपीएससी के पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र को हल करना भी बहुत महत्वपूर्ण है. ये बात आपको लगभग सभी बीपीएससी टॉपर्स से सुनने को भी मिलेगा.

प्रीतम कुमार गौतम जो की 64वीं बीपीएससी भर्ती परीक्षा में 273वां रैंक लाए थे. उनका तो यहां तक कहना है की,

“एनसीईआरटी पढ़ने के बाद प्रीवियस ईयर क्वेश्चन हल करने से आपकी आधी तैयारी हो जाएगी”

~ प्रीतम कुमार गौतम

उम्मीद है कि आपको अब बीपीएससी की तैयारी में एनसीईआरटी पढ़ने और प्रीवियस ईयर क्वेश्चन को हल करने का महत्व समझ में आ गया होगा, परंतु एक बात याद रखें की यह सिर्फ इतिहास की विषय के लिए खास नहीं है. ये सूत्र लगभग सभी विषय की तैयारी पर लागू होता है.

राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय महत्व का वर्तमान घटनाचक्र

इसकी तैयारी के लिए आपको देश-विदेश की सभी अहम खबरों पर गहरी नजर रखनी होगी. इसमें मुख्यतः पिछले 1 साल के अंतर्गत होने वाले देश दुनिया के प्रमुख घटना से संबंधित सवाल रहते हैं.

इसमें जो मुद्दा अभी ट्रेडिंग में है, जैसे जी-20 सम्मेलन, इजराइल-फिलिस्तीन युद्ध, रूस-यूक्रेन युद्ध, आदि के बारे में विश्वसनीय समाचार पत्र, न्यूज़ चैनल, आदि से जानकारी लेते रहे और महत्वपूर्ण पॉइंट्स को नोट कर लें.

हमेशा से सिविल सेवा परीक्षा के करंट अफेयर्स की तैयारी की बात जब भी आती है तो उसमें The Hindu न्यूज पेपर का नाम जरूर आता है. पर अगर आपको इसे समझने में दिक्कत आ रही है तो आप किसी भी अच्छे हिंदी या इंग्लिश समाचार पत्र, और इसमें भी खासतौर पर इसका संपादकीय (editorial) भाग पढ़ लिया करें. आपको उससे बहुत फायदा होगा.

एग्जाम से कुछ दिन पहले आप प्रतियोगिता दर्पण, घटना चक्र या अन्य कोई मैगजीन, जिसमें पिछले 1 साल तक का करंट अफेयर्स कवर हो पढ़ लें.

संखियांकी

संखियांकी (statistics) का नाम सुनकर ही बहुत से लोगों को डर लगने लग जाता है, पर आपको बता दें की ये उतना मुश्किल है नहीं.

अगर आपको प्रतिशत, औसत, अनुपात, और लाभ एवं हानि निकालने आता है, तो फिर ये सब्जेक्ट आपके लिए बहुत आसान हो जाता है.

आपको अगर ऊपर बताए गए चैप्टर नहीं आते हैं तो आप किसी भी प्रारंभिक गणित की किताब से उसे सीख कर प्रैक्टिस कर सकते हैं.

इसके अलावा आप आरएस अग्रवाल या अरिहंत पब्लिकेशन की “ऑब्जेक्टिव आर्थमेटिक” किताब पढ़ सकते हैं, और अगर टाइम है तो आपके लिए राजेश वर्मा की “फास्ट ट्रेक ऑब्जेक्टिव आर्थमेटिक” किताब पढ़ना भी फायदेमंद होगा.

इसमें डेटा व्याख्या (data interpretation), फॉलो चार्ट, वेन डायग्राम, आदि से भी सवाल रहते हैं. जिसकी तैयारी आप स्पेक्ट्रम पब्लिकेशन की “संखियांकी विश्लेषण: ग्राफ एवं आरेख” किताब से कर सकते हैं.

सामान्य अध्ययन पत्र 1 में बस इसी तीन विषय से सवाल पूछे जाते हैं. आइए अब सामान्य अध्ययन पत्र 2 के विषय की तैयारी पर चर्चा करते हैं.

सामान्य अध्ययन पत्र-2 में चार विषय से प्रश्न आते हैं. जो निम्न है:

  1. भारतीय राजव्यवस्था
  2. भारतीय अर्थव्यवस्था
  3. भारत का भूगोल
  4. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

भारतीय राजव्यवस्था

भारतीय राजव्यवस्था (indian polity) को समझने के लिए एम लक्ष्मीकांत की “भारत की राजव्यवस्था” किताब ही पढ़ना काफी है. अगर आप इसका नया संस्करण अच्छे से पढ़ लेते हैं तो आपको इस विषय की तैयारी के लिए बाहर से कुछ भी पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

इंडियन पालिटी में ज्यादातर प्रश्न चुनाव आयोग, राज्यपाल, राष्ट्रपति, संविधान की प्रस्तावना, मौलिक अधिकार और कर्तव्य, आदि जैसे टॉपिक से ही रहते हैं. इसलिए इन टॉपिक्स को अच्छे से समझकर उनके आंसर राइटिंग की खूब प्रेक्टिस करें.

भारतीय अर्थव्यवस्था

जो कॉमर्स बैकग्राउंड से होंगे उनको इस विषय को समझने में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी. बाकियों के लिए ये सुझाव है कि वे रमेश सिंह की “भारतीय अर्थव्यवस्था” किताब जरूर पढ़ें.

अर्थव्यवस्था एक मुश्किल विषय होता है. इसलिए जिसको किताब का लिखा समझने में दिक्कत हो वह यूट्यूब वीडियो या किसी शिक्षक से कोचिंग लेकर समझ सकते हैं.

बिहार से संबंधित प्रश्न के लिए बिहार इकोनामिक सर्वे की तैयारी करना बहुत महत्वपूर्ण है. इसके अलावा बिहार में रोजगार, खेती, आदि जैसे मुद्दे की भी अच्छी जानकारी रखें.

भारत का भूगोल

बीपीएससी मेंस के भूगोल का सिलेबस बहुत हद तक एनसीईआरटी के किताब से ही कवर हो जाएगा और जो बची खुची कसर रहेगी वह आप महेश कुमार वर्णवाल की “भूगोल: एक समग्र अध्ययन” किताब पढ़ कर पूरा कर सकते हैं.

महेश कुमार वर्णवाल की ही एक और किताब है “बिहार: एक समग्र अध्ययन” जो कि आपको बिहार के भूगोल की जानकारी प्राप्त करने में बहुत मदद करेगा.

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

इसमें मुख्यतः विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में होने वाले नवीनतम विकास से संबंधित प्रश्न रहते हैं. जैसे अभी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 5G, डीप फेक आदि खूब चर्चा में है तो इससे प्रश्न आ सकते हैं.

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में होने वाले नए-नए विकास की जानकारी आप भारतीय सरकार द्वारा जारी योजना मैगजीन या अन्य कोई विज्ञान से संबंधित मैगजीन ले सकते हैं.

भारत में साइंस एंड टेक के क्षेत्र में इसरो (ISRO) और डीआरडीओ (DRDO) दो प्रमुख नाम है. इसलिए इन दोनों से जुड़ी खबरों की जानकारी भी लेते रहें.

इसके अलावा तकनीक का व्यावहारिक उपयोग करके प्रदूषण, जल संकट, जैसी प्राकृतिक समस्याओं को दूर करने के बारे में भी मंथन करें.

वैसे इस विषय की और अधिक जानकारी के लिए आप रवि पी अग्रहरि की किताब “विज्ञान और प्रौद्योगिकी” भी पढ़ सकते हैं.

निबंध (Essay)

निबंध के प्रारूप, टॉपिक, उदाहरण आदि समझने के लिए दृष्टि पब्लिकेशन की “सामान्य हिंदी एवं निबंध” पुस्तक पढ़ना बहुत उपयोगी होगा.

निबंध का चुकी कोई पाठ्यक्रम नहीं होता है. इसलिए इसकी तैयारी के लिए किताब पर पूरी तरह से निर्भर होने के बजाय आपको अपना ज्ञान बढ़ाना होगा तथा अपने लेखन कौशल को बेहतर करना होगा.

अपना लिखा हुआ तो सबको अच्छा लगता है, तो इस खुसफहमी से बचने के लिए आप किसी भी मुद्दे पर निबंध लिख लेने के बाद उसे किसी योग्य शिक्षक या बीपीएससी/यूपीएससी पास अभ्यर्थी से जरूर चेक करवा लें.

वैकल्पिक विषय

वैकल्पिक विषय चूंकि अब सिर्फ क्वालीफाइंग पेपर ही रह गया है. इसलिए इसे चुनने में बहुत ज्यादा दिमाग न लगाएं, और ना ही कोई अजीब सा विषय चुनकर खुद को अलग साबित करने की कोशिश करें.

बेहतर यही होगा कि ऐसा कोई वैकल्पिक विषय चुने जिसे पढ़ना आपके बीपीएससी के मेंस की तैयारी में भी सहायक हो. जैसे इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था आदि.

इसके अलावा आप वो विषय भी चुन सकते हैं. जो आपने ग्रेजुएशन में पढ़ा है. ताकि वैकल्पिक विषय की तैयारी के लिए आपको ज्यादा पढ़ना ना पड़े.

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